Wednesday, June 22, 2011

अन्ना के आंदोलन में भी गूंज रहे हैं गीत


‘लोकपाल-लोकपाल, पास करो लोकपाल...’, ‘जन-जन की है यही पुकार, साफ करो अब भ्रष्टाचार...’, ‘जवाब दर सवाल है कि इंकलाब चाहिए...’। ये वे गीत हैं जो आठ जून को राजघाट पर गूंज रहे थे। इससे पहले 5 अप्रैल से 9 अप्रैल तक जंतर-मंतर पर भी गाए गये थे। यकीनन, आंदोलनों की ताप से निकले नारों और गीतों का बड़ा महत्व है। कहते हैं कि इससे आंदोलन को बड़ी ऊर्जा मिलती है। इन नारों में जितना तीखापन और गीत जितने ओजस्वी होंगे, आंदोलन में उतनी ही धार पैदा होगी। पिछले आंदोलनों से अनुभव पा चुके लोगों की भी यही राय है। वैसे भी राजघाट पर खड़े होकर एकबारगी इन बातों से सहमत हुआ जा सकता है। यहां औपचारिक भाषणों के बाद दोपहर 11.00 से नारों और गीतों का जो दौर चला वह अंत तक निरंतर बना रहा। मंच और उसके आस-पास इकट्ठा हुई युवाओं की टोलियां देर शाम तक इसमें डूबी दिखीं। वे एकजुट होकर गा रहे थे, ‘देश को बनाने को एक दूजे के साथ चलें।’ या फिर ‘हम होंगे कामयाब हम होंगे कामयाब, एक दिन...।’

दिन के 11 बज रहे थे। तभी मंच से महात्मा गांधी का प्रिय भजन ‘रघुपति राघव राजा राम..’ का गायन शुरू हुआ। इसके बाद गीत-संगीत और फिर नारों ने जो बल पकड़ा वह अंत तक बना रहा। नए-पुराने गीतों व नारों के बीच कई ऐसे गीत भी सुनाई दिए जो बल पकड़ रहे जन-लोकपाल अभियान की ही उपज थे। मसलन- ‘ऐ वतन ऐ वतन ऐ वतन, जाने-मन जाने-मन जाने-मन’, ‘लोकपाल-लोकपाल पास करो लोकपाल...’ आदि। इतना ही नहीं, यहां वे फिल्मी गीत भी खूब गाए जा रहे थे जो देशप्रेम का रूहानी अहसास कराते रहे हैं। जैसे- ‘ये धरती, ये अंबर अपना है रे...आ जा रे...’। अन्ना हजारे ने लोगों को संबोधित करते हुए स्वयं गाया- ‘दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए..।’ भरी दोपहरी यानी 11.57 बजे लोग गा रहे थे, ‘अल्लाह तेरो नाम ईश्वर तेरो नाम।’

यहां आई छात्रों की एक टोली गीतों के माध्यम से ही अपनी बात कह रही थी। वे छात्र गा रहे थे, ‘सौ में अस्सी आदमी फिलहाल जब नासाज है, दिल पर रखकर हाथ कहिए देश क्या आजाद है... ?’। हालांकि, इसका जवाब उन्हीं के गीतों में था, जिसे उन्होंने अगली पंक्ति में साफ किया, ‘असली हिन्दुस्तान तो फुटपात पर आबाद है।’ पूछने पर इन छात्रों ने बताया कि यह ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) से जुड़ा एक सांस्कृतिक ग्रूप है जो गीतों के माध्यम से भ्रष्टाचार के खिलाफ देशभर में अलख जगाने की कोशिश कर रहा है।

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